और हो एक ऐसी दुनिया जो हरियाली से भरी हो | और हो एक ऐसी दुनिया जो हरियाली से भरी हो |
कुछ रिश्तों की समझ, टूटने के बाद ही आती है... कुछ रिश्तों की समझ, टूटने के बाद ही आती है...
प्रेम तो शाश्वत है, यह कब मिटता है | प्रेम तो शाश्वत है, यह कब मिटता है |
नवजीवन की ज्योत जलाकर बारिश की बूंदें बरस रही है। नवजीवन की ज्योत जलाकर बारिश की बूंदें बरस रही है।
कुछ गुनगुनाती ख़ामोशी है कुछ बिख़री तन्हाई। कुछ गुनगुनाती ख़ामोशी है कुछ बिख़री तन्हाई।
जीवन में अगर कुछ भी नहीं हो हमारे पास, तब इस पर्यावरण ने हमें सब कुछ दिया ! जीवन में अगर कुछ भी नहीं हो हमारे पास, तब इस पर्यावरण ने हमें सब कुछ दिया !